Amritsar News: डाकुओं से घर की रक्षा कर मनदीप बन गई दीवार
Amritsar News: हाल ही में अमृतसर के वेरका क्षेत्र में एक महिला ने डाकुओं के हमले को न केवल विफल किया, बल्कि अपनी बुद्धिमानी और साहस से अपने बच्चों और घर की सुरक्षा भी सुनिश्चित की। मनदीप कौर, जो जगजीत सिंह की पत्नी हैं, ने इस घटना के दौरान अद्वितीय साहस का परिचय दिया और डाकुओं के सामने मजबूत दीवार बनकर खड़ी रहीं। आइए जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में।
घटना का विवरण
सोमवार दोपहर लगभग 3:30 बजे, मनदीप कौर अपने 10 वर्षीय बेटे अभिनूर सिंह और 6 वर्षीय बेटी नूर कौर के साथ घर में अकेली थीं। उस समय वह अपने भाई की पत्नी से फोन पर बातचीत कर रही थीं। अचानक, तीन सशस्त्र डाकू उनके घर की दीवार कूदकर अंदर आ गए। मनदीप ने जब तीन डाकुओं को देखा, तो वह तुरंत सतर्क हो गईं और शोर मचाने लगीं।
डाकुओं का साहस टूट गया
मनदीप ने तुरंत अपने कमरे के दरवाजे बंद करना शुरू कर दिया, ताकि डाकू किसी भी हाल में अंदर न पहुंच सकें। उन्होंने दरवाजे के पीछे एक सोफे को भी लगा दिया ताकि डाकू दरवाजे को खोलने में सफल न हो सकें। वह लगातार शोर मचाती रहीं, जिसके परिणामस्वरूप डाकू घबरा गए और भाग खड़े हुए।
पुलिस की लापरवाही
घटना के बाद, मनदीप ने अपने पति और अन्य रिश्तेदारों को सूचना दी। उन्होंने घटना का सीसीटीवी फुटेज पुलिस को भी सौंपा, लेकिन पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद एफआईआर दर्ज नहीं की। जांच अधिकारी ने पीड़ित परिवार को खुद पुलिस स्टेशन से भगा दिया, जिससे मनदीप को निराशा हुई।
घटना का वीडियो वायरल हुआ
घटना की वीडियो क्लिप को मनदीप ने मीडिया के पास भेजा, जिसके बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया। जैसे ही समाचार मीडिया में प्रसारित हुआ, अमृतसर के पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने मामले की गहन जानकारी एकत्र की।
पुलिस की लापरवाही को देखते हुए, उन्होंने वेरका पुलिस स्टेशन के सभी कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाई और आदेश दिया कि तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए और डाकुओं को गिरफ्तार किया जाए।
साहस का प्रतीक मनदीप
मनदीप कौर का साहस इस घटना में असाधारण है। उन्होंने न केवल अपने बच्चों की सुरक्षा की, बल्कि एक मजबूत दीवार बनकर डाकुओं को भी अपनी ताकत का एहसास कराया। उनकी साहसिकता ने न केवल उनके परिवार को सुरक्षित रखा, बल्कि पूरे क्षेत्र में एक प्रेरणा का कार्य किया।
पुलिस की जिम्मेदारी
यह घटना इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि पुलिस को अपने कर्तव्यों का पालन गंभीरता से करना चाहिए। घटना के बाद, पुलिस द्वारा की गई लापरवाही ने न केवल पीड़ित परिवार को निराश किया, बल्कि पूरे समाज में सुरक्षा के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को भी उजागर किया।
समाज में जागरूकता
मनदीप की कहानी इस बात का प्रमाण है कि जब महिलाएं साहस और संकल्प से कार्य करती हैं, तो वे किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना कर सकती हैं। यह घटना समाज में महिलाओं के प्रति सुरक्षा, साहस और समर्पण का एक उदाहरण प्रस्तुत करती है।